कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥ सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥ हाथो में त्रिशूल लिए है गले में है सर्पो की माला धन निर्धन को देत सदाहीं। जो कोई जांचे वो https://winbet-casino67901.wikitelevisions.com/6761234/shiv_chaisa_secrets