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तन्हाई में खोया, अकेला हूँ मैं | Judai Aur Tanhai Ki Dastaan | Sad Ghazal | दर्द भरी ग़ज़ल

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मैं हूँ दर्द-ए-इश्क़ से जाँ-ब-लब मुझे ज़िंदगी की दुआ न दे आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो “मैं आख़िर कौन सा मौसम तुम्हारे नाम कर देता आह-ओ-ज़ारी ज़िंदगी है बे-क़रारी ज़िंदगी Urdu language is filled with a great number of thoughts and insights. Identical to this couplet of https://youtu.be/Lug0ffByUck

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