कवि की करुण पुकार – आचार्य डॉ अजय दीक्षित “अजय” स्नानादि से निवृत्त होने के बाद हनुमानजी के मंदिर जाकर उनसे जाने-अनजाने किए गए पापों की क्षमा मांग लें, तुरंत ही संकटों से मुक्ति मिलना शुरू हो जाएगी। The sound waves contained inside the terms which compose the mantras can https://directoryfrenzy.com/listings12996958/free-upay-and-totke-for-dummies