ओम पीर बजरंगी राम लक्ष्मण के संगी जहां जहां जाए फतेह के धनके बजय दुहाई माता अंजनी की आन। धरती माता धरती पिता, धरती धरे ना धीरबाजे श्रींगी बाजे तुरतुरि हनुमान जाग, किलकारी मार, तू हुंकारे, राम काज संवारे, ओढ़ सिंदूर सीता मैया का, तू प्रहरी राम द्वारे, मैं बुलाऊं, https://vashikaran96284.post-blogs.com/56284083/5-tips-about-hanuman-shabar-mantra-you-can-use-today